नई दिल्ली. सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों के निजीकरण के विरोध में अनुसूचित जाति/जजा/ पिछड़े के संगठनों के परिसंध नें जंतर मंतर पर सरकार के खिलाफ़ प्रदर्शन किया. परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदित राज नें प्रदर्शन में सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए.
डॉ. उदित राज नें कहा कि,
“मौजूदा सरकार सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों को अपने उधोगपति मित्रों के हवाले करके देश को गलत दिशा में ले जा रही है. रेलवे, एयरपोर्ट , भेल ,सेल , गेल, BSNL , BPCL जैसे सरकारी उपक्रम या तो बेच दिए गए हैं या तो बेचने कि तैयारिया पूरी हो गयी है. सरकार का प्रमुख उद्देश्य आरक्षण को खत्म करना है. संघ और बीजेपी का एजेंडा देश में फिर से मनु राज स्थापित करना है ताकि दलित-पिछड़ों के गले में हड्डियां और झाड़ू लटकाया जा सके”
प्रदर्शन में दिल्ली के आलावा अन्य राज्यों के लोगों ने भी भाग लिया. लोगों नें निजीकरण का विरोध करते हुए बैनर लहराए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
डॉ उदित राज ने आगे कहा कि केन्द्र में 2014 के बाद बीजेपी सरकार नें नौकरियां तो खत्म कर दी है अब धीरे धीरे आरक्षण को खत्म करके दलितों-पिछड़ों को खत्म करना चाहती है. आरक्षण के जरिए ही वंचित वर्ग को आगे आने का अवसर मिला व उनका जीवन बदला. यही बात संघ पर बीजेपी को चुभ रही है इसलिए सीधे आरक्षण खत्म करने की बजाय निजीकरण का सहारा ले रही है.
खाली पड़े पदों को भरे सरकार
उदित राज नें बताया कि मुद्रीकरण और निजीकरण से सवर्ण को भी नौकरी नही मिलने वाली है। कारोबारी, लाभ के लिए आर्टिफीसियल इंटेलीजेंस जैसे तकनीक का उपयोग करेगे जिससे कम लोगों से काम करना संभव हो पाएगा जो बेरोजगारी का प्रमुख कारण होगा.
वर्तमान में लगभग 80 लाख सरकारों में पद खाली हैं, IIM में 934 पद खाली हैं 1286 प्रोफेसर होने चाहिए अर्थात 74 %शिक्षक नही हैं। और ऐसा लगभग सब जगह मिल जाएगा।
प्रदर्शन में दिल्ली प्रदेश परिसंघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह चौहान, नेशनल SC/ST/OBC बैंकर्स असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद कुमार, आल इण्डिया एयरपोर्ट ऑथोरिटी के देवी सिंह राणा , डी ओ एम परिसंघ के अंकित प्रधान, राजेन्द्र सिंह, गोपाल सिंह नेगी, संजय राज, बलराम नें संबाधित किया.