नई दिल्ली 09 मार्च. भारतीय हथकरघा उत्पादों तथा शिल्पकारों को बढ़ावा देने के लिए सैन्ट्रल कॉटेज इण्डस्ट्रीज कॉरपोरेशन (सी.सी.आई.सी) द्वारा आयोजित “कॉटेज हैंडलूम एक्सपो ” प्रदर्शनी का आयोजन सेंट्रल कॉटेज इंडस्ट्रीज एम्पोरियम में किया गया। इसका उद्घाटन कपडा मंत्रालय के सचिव आईएएस अधिकारी श्री उपेंद्र प्रसाद सिंह ने किया।
हैंडलूम उत्पादों के बिक्री के लिए एक्सपो 19 मार्च तक सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा इसमें देश के कई राज्यों के हथकरघा उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है ।
इस हैंडलूम एक्सपो में देश के अलग अलग राज्यों के हथकरघा से जुड़े लगभग 60 स्टाल्स लगाए गए है । जिसमे साड़ी ,शॉल ,कपडे ,परिधान , सहायक उपकरण , फर्निशिंग ,होम लिनन आदि बहुत कुछ विशेष प्रदर्शित किए गए है । एक्सपो में नार्थ ईस्ट की मुगा, मध्य प्रदेश की चंदेरी, भुज की बांधनी, दिल्ली का जूट, पश्चिम बंगाल की लिनन, बिहार की मधुबनी और पंजाब की फुलकारी की झलक देखने को मिलेगी।
कपडा मंत्रालय के सचिव श्री उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा की हैंडलूम से भारत के लाखो परिवारों की जीविका का साधन है और भारत की विरासत है, एक्सपो का उद्देश्य भारतीय हथकरघा बुनकरों को एक प्लेटफॉर्म देना है जिससे उनकी बिक्री और संभावित खरीदार के साथ एक रिश्ता बन सके उन्होंने कहा भारत सरकार हैण्डलूम को बढ़ावा देने के लिए नए कार्यक्रम शुरू कर रही है जिसमे इकॉमर्स पोर्टल शामिल है ।
प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य भारतीय हथकरघा को बढ़ावा देने के साथ बुनकरों और शिल्पकारों द्वारा तैयार किए गए राज्यों के पारम्परिक वस्त्रों के बारे में जानकारी देना।इस तरह की पहल से भारतीय बुनकरों और कपड़ा कलाकारों को उनकी आजीविका को बनाए रखने और आत्मानिर्भर भारत बनाने के लिए बढ़ावा मिलेगा।
सी.सी.आई.सी के बारे में – सैन्ट्रल कॉटेज इण्डस्ट्रीज कॉरपोरेशन (सी.सी.आई.सी) कपड़ा मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम। सी.सी.आई.सी व्यापार हेतु बुनकरों, मास्टर बुनकरों, शिल्पियों, मास्टर शिल्पियों, शिल्पगुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं के उत्पादों को प्रदर्शित करता है। सी.सी.आई.सी भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों को विश्व स्तर पर एक अनूठा मंच प्रदान करता है तथा सभी उत्पादों के प्रदर्शन तथा मार्केटिंग करने हेतु तत्पर है।