आज देर रात अचानक राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला जब स्वास्थ मंत्री टी एस सिंह देव को राज्य का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इस बाबत जानकारी देते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार देर शाम इसकी घोषणा की है। आपको बता दे की बुधवार की सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के घर छत्तीसगढ़ के कोर कमेटी के नेताओं की बैठक हुई थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। टीएस सिंह देव की नियुक्ति के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें ट्वीट करके बधाई दी है। इस नियुक्ती से छत्तीसगढ़ में नेतृत्व के लिए हो रहे विवाद को सुलझाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
क्या बोले सीएम बघेल?
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को डेप्युटी चीफ मिनिस्टर बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके उन्हें बधाई दी है मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा है की “हैं तैयार हम.
महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ. @TS_SinghDeo”
ऑल इज वेल करने की कोशिश
टी एस सिंह देव को सरकार में डिप्टी बनाए जाने के कदम को कांग्रेस आलाकमान द्वारा राज्य में नेतृत्व के संकट को हल करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। 2018 में दोनों की जोड़ी ने कांग्रेस पार्टी को 15 साल बाद सरकार में वापसी करवाई थी। तब आलाकमान ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था और ढाई ढाई साल का फार्मूला तय किया गया था। लेकिन बाद में भूपेश बघेल ने फॉर्मूला मानने से इंकार कर दिया जिससे दोनों के बीच नाराजगी की खबरें सामने आ रही थी। हालांकि फिर भी दोनों को कई मौकों पर साथ देखा गया था। अब इस कदम से कांग्रेस आलाकमान दोनों के बीच ऑल इज वेल होने का संकेत देने की कोशिश कर रही। अब देखने वाली बात है कि क्या चुनावी वर्ष में किए गए इस बदलाव से कांग्रेस पार्टी अपने ने नाराज नेताओं को साध पाती है और फिर से प्रदेश की सत्ता में वापसी कर पाती है या नहीं??
कैसा रहा है “महाराज” का सियासी सफ़र
छत्तीसगढ़ के सरगुजा राजघराने से ताल्लुक रखने वाले कैबिनेट मंत्री बाबा टी एस सिंह देव यानी त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव राज्य के सबसे अमीर विधायकों में से एक हैं। अंबिकापुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले बाबा 2018 में भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री बने थे। 2013 से 2018 के बीच देव ने नेता प्रतिपक्ष का पद भी संभाला था। 2018 के चुनाव में यह देव कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष भी थे। 31 साल के उम्र में राजनीति में कदम रखने वाले देव प्रदेश के पहले उप मुख्यमंत्री बन गए है।