लेखक, उद्देश्य ठाकुर
इस साल का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साल 23-24 के लिए बहीखाता संसद के सामने रखेंगी। समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार इस साल बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा। जो दो हिस्सों में संपन होगा।
सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होकर 10 फरवरी तक चलेगा जिसमें पहले दिन 31 जनवरी को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों के संयुक्त बैठक को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में संबोधित करेंगी उसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों सदनों के सामने वर्ष 2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण को सदन के सामने रखेंगी। यह दिन 1 फरवरी को सुबह 11:00 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में वर्ष 2023-24 के लिए बहीखाता पेश करेंगी।
हालांकि अभी सरकार की तरफ से इसको लेकर कोई अधिकारी घोषणा नहीं की गया है लेकिन इसके जल्दी औपचारिक ऐलान की उम्मीद की जा रही है।
मुर्मू का होगा पहला संबोधन
उड़ीसा के रायगंज से निकलकर रायसिना हिल्स तक पहुंचने वाली द्रौपदी मुर्मू पहली बार सदन के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति का यह अभिभाषण कई मायनों में ऐतिहासिक होगा क्योंकि इसमें बीते वर्ष की उपलब्धियों के साथ-साथ आने वाले वर्ष की रूपरेखा और योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा होती है और उसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होती है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे, वहीं वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देंगे।
सांसदीय कार्य मंत्रालय से जु़डे अधिकारियो की माने तो सत्र अवकाश के बाद, जिसके दौरान स्थायी समितियां विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों की जांच करती हैं, बजट सत्र का दूसरा भाग 6 मार्च को शुरू होने और 6 अप्रैल को समाप्त होने की संभावना है। बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान, सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा पर प्रमुख ध्यान दिया जाता है। केंद्रीय बजट, एक धन विधेयक, सत्र के इस भाग के दौरान पारित किया जाता है।
नए संसद भवन में हो सकता है बजट सत्र का दूसरा हिस्सा
नए संसद भवन का काम सेंट्रल विस्टा डेवलपमेंट के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। संसद के निर्माण में शामिल लोगों को भरोसा है कि बजट सत्र का दूसरा भाग नए संसद भवन में आयोजित किया जा सकता है।
मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट
मोदी सरकार 2.0 का यह आख़िरी पूर्ण बजट है जो वित मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को पेश करेंगी। मोदी सरकार 2.0 के दौरान अभी तक सभी बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ही पेश किया। लेकीन मोदी सरकार 1 के दौरान तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली की ख़राब तबियत के कारण आख़िरी बजट पीयूष गोयल ने पेश किया था।
आने वाले 25 सालों का टेम्पलेट सेट करेंगा यह बजट : सीतारमन
सरकार और वित्त मंत्रालय ने 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट की तैयारियां शुरू कर दी है। वित्त मंत्री ने अब तक कई बजट पूर्व बैठकों की अध्यक्षता कर चूकी है।
भारत का यह बजट 2023 एक उभरती हुई वैश्विक मंदी, एक लंबे समय तक युद्ध और देशों में मौद्रिक तंगी के बीच आ रहा है। इन कारणों से मुद्रास्फीति कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वित्त मंत्री सीतारमण ने इस साल के बजट पर जोर देते हुए कहा की, 2023-24 का बजट अगले 25 वर्षों के लिए “टेम्प्लेट सेट” करेगा।
विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि आगामी बजट और अधिक ग्रामीण और इंफ्रास्ट्रक्चर केंद्रित हो सकता है। उद्योग निकाय डिस्पोजेबल आय में वृद्धि के लिए व्यक्तिगत आय दरों में कमी की संभावना जता रहे हैं।
उद्देश्य ठाकुर दिल्ली स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म के छात्र हैं और यहाँ प्रस्तुत विचार उनके निजी हैं।