एक झटके में 121 परिवार उजड़ गए. कोई मां अपने पीछे मासूम बच्चे को छोड़ गई है तो किसी मां का मासूम बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा. पहाड़ जैसा दुख है. हाथरस के सत्संग ने जो जख्म दिए हैं उसका भर पाना मुश्किल है.
लेकिन उनके दुख और दर्द को कम किया जा सकता है. कुछ ऐसी ही पहल राहुल गांधी ने की है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को तड़के हाथरस पहुंचे और सत्संग हादसे के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. परिजन जब राहुल से मिले तो बिलख-बिलख कर रोने लगे. हादसे में अपनी मां को खोने वाली एक बच्ची राहुल गांधी से लिपटकर रोने लगी.़
सुबह राहुल गांधी अलीगढ़ के पिलखाना में हाथरस भगदड़ हादसे में जान गंवान वाले मृतकों के परिजनों से भेंट कर उनका दुख-दर्द बांटा. राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों को मदद और न्याय का भरोसा दिलाया. इसके बाद राहुल हाथरस पहुंचे जहां पीड़ितों के परिजनों का ढाढस बंधाया साथ ही मदद का भरोसा दिलाया.
“प्रशासन से हुई गलती”
भगदड़ हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा दिया जाए. साथ ही राहुल गांधी ने कहा है कि प्रशासन से गलती हुई.
भगदड़ में गई थी 121 लोगों की जान
बता दें कि मंगलवार को हाथगस में एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद से यूपी की योगी सरकार ने शीघ्र जांच करने के लिए कई टीमों का गठन भी किया है। वहीं, इस घटना के लिए सत्संग करने वाले बाबा (भोले बाबा) पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आयोजकों और सेवादारों पर FIR दर्ज हुई है.
TDM DESK