नई दिल्ली 11 मार्च 2023. पूर्व कांग्रेस नेता व वर्तमान राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल नें सक्रिय राजनीति की तरफ फिर से कदम बढ़ाया है. शनिवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर “इंसाफ के सिपाही” (Insaaf Ke Sipahi) मंच की घोषणा की . सिब्बल के साथ उनके साथि वकील व कांग्रेस राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी मौजूद थे. जंतर मंतर पर देश भर से हजारों की संख्या में लोग आए।
ब्रॉडबैंड चाहिए या लव जिहाद
कपिल सिब्बल नें बताया कि जब वह यूपीए सरकार में HRD Minister थे तब सरकार ने देश के हर गांव तक ब्रॉडबैंड पहुंचाने का फैसला किया ताकि सुदूर इलाकों में भी क्वालिटी एड्यूकेशन पहुंचाई जा सके जबकि आज कि सरकार का फोक्स शिक्षा की बजाय लव जेहाद पर है और यह सोच और विजन का अंतर है।
जांच एजेंसियों का डर
सिब्बल ने कहा कि जो भी सरकार से सवाल करता है तो उस पार्टी के खिलाफ जांच एजेंसियां काम पर लग जाती है। आज हर जगह डर का माहौल है जो किसी भी लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. चुनी हुई सरकारों को जिस तरह से गिराया जा रहा है उसे आने वाले समय में खतरनाक स्थिति पैदा होने की संभावना है.
विपदा में वकीलों ने रास्ता दिखाया
सिब्बल पेशे से एक वकील है जो देश के टॉप वकीलों में शामिल है . कपिल सिब्बल की फीस लाखों में है. सिब्बल ने कहा कि जब भी दुनियां के किसी कोने में लोकतंत्र पर संकट के बादल मंडराए है, तब वकीलों की बड़ी सकारात्मक भूमिका सामने आई है । आज भारत में जिस तरह सरकार चलाई जा रही है उसे देखकर जनता में निराशा का भाव है. ऐसे में वकीलों से देश की जनता को बड़ी उम्मीद है.
आकाश टेबलेट प्रोजेक्ट के जनक
कपिल सिब्बल जब कांग्रेस सरकार में मंत्री थे तब उन्होनें स्कूली बच्चों के लिए आकाश टेबलेट देने का प्रोजेक्ट तैयार किया था जो देश और दुनियां के सामने एक मिशाल था. इस प्रोजक्ट के तहत स्कूली बच्चों को निशुल्क टेबलेट देने का प्रावधान था. लेकिन 2014 के बाद बीजेपी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया।