उतरप्रदेश के फतेहपुर ज़िले के गाजीपुर गाँव में 8 अगस्त को 12 साल के एक लड़के की निर्ममता से हत्या कर दी गई। परिजनों ने गाँव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है.
जानकारी के मुताबिक 12 वर्षीय विनय सिंह यादव फतेहपुर ज़िले के गाजीपुर गाँव का रहने वाला था. 8 अगस्त को वह अपने पिता को साइकिल से खेत में खाना देने गया. उसके बाद घर आकर साइकिल छोड़कर बाहर चला गया. अगले दिन 9 अगस्त को गाँव के नजदीक ही एक खेत में विनय का शव मिला.
विनय के पिता वीरेन्द्र सिंह ने द डेमोक्रेटिक मिरर को बताया कि मेरे बेटे की निर्ममता से हत्या कर दी. इसमें गाँव के ही कुछ लोग शामिल हैं. जिसकी जानकारी उन्होनें पुलिस को दी है पर अभी तक सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
घटना के बारे जानकारी देते हुए वीरेन्द्र सिंह ने कहा, “8 अगस्त को जब वह घर आए तो अपने बेटे को पूरे गाँव में ढूंढ़ा पर कुछ पता नहीं चला. अगले दिन विनय के बाबा रामसिंह (वीरेन्द्र के बड़े भाई) किसनपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने गए. थोड़ी देर बाद गांव के ही रहने वाले शशि के खेत में विनय का शव मिला. जिसकी जानकारी शशि ने ही उन्हें दी.”
मौके पर स्थानीय पुलिस आई और शव को अपने कब्जे में ले लिया. पुलिस अधिकारियों ने हमें जाँच का आश्वासन भी दिया. उसके बाद पुलिस स्टेशन पर पंचनामा हुआ. 10 अगस्त को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया. घटना के इतने दिनों बाद भी विनय के क़ातिलों का कोई पता नहीं चल पाया है.
वीरेन्द्र सिंह छोटे किसान हैं उनकी आजीविका का साधन खेती ही है. अपने बेटे की हत्या के बाद परिवार के सदस्य सदमें में हैं. परिवार की आर्थिक हालत काफी खराब है ऐसे में क़ानूनी लड़ाई लड़ना परिवार के लिए बेहद मुश्किल है.
वीरेन्द्र सिंह ने फतेहपुर ज़िला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि मामले की निष्पक्ष जाँच हो, क्योंकि अभी तक एक सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं हुई है ऐसे में उनके जीवन को खतरा है.