नई दिल्ली. भारतीय बाज़ार में 2 लाख डॉलर के वितीय नुकसान के बाद फोर्ड नें भारत में कारों का उत्पादन बंद करने की घोषणा की थी. इससे भारत में हजारों कर्मचारी अपने रोजगार को लेकर चिंतित है.
अमेरिकी कार निर्माता कंपनी फोर्ड नें 2021 के अंत तक गुजरात स्थित साणंद में अपनी यूनिट बंद कर देगी इसके आलावा दक्षिण भारत के चेन्नई स्थित यूनिट को 2022 तक बंद कर देगा.
इसी बीच कंपनी के यूनियन के सदस्यों नें राज्य सरकार को पत्र लिखकर कंपनी में काम करने वालें हजारों कर्मचारियों के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की है.
तमिलनाडु के राज्य मंत्री टीएम अंबारसन को लिखे पत्र में यूनियन ने कहा कि,
चैन्नई स्थित संयत्र के बंद होने से हजारों नियमित व अनियमित कर्मचारियों के भविष्य पर ख़तर मंडरा रहा है, राज्य सरकार नए रोजगार पैदा कर, इन कर्मचारियों के भविष्य को सुनिश्चित करें.
14 सितंबर को सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने कंपनी के प्रबंधन और केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया व केन्द्र सरकार के मेक इन इंडिया अभियान पर भी सवाल खड़ा किया
गौरतलब है कि इससे पहले जनरल मोटर्स व हार्ले डेविडसन भी भारत में अपना प्रोडक्शन बंद करने की घोषणा कर चुके है.