नई दिल्ली: 22 फरवरी 2022
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी एमसीडी द्वारा सफाई कर्मचारियों की नौकरी पक्का करने की घोषणा को जुमला बताया। ‘आप’ एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि कल आदेश गुप्ता ने एक बार फिर सफाई कर्मचारियों की नौकरी पक्का करने की घोषणा की। सफाई कर्मचारियों ने मुझे फोन पर बताया कि बीजेपी सालों से घोषणा करती आ रही है लेकिन उसे कभी लागू नहीं करती है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना के दौरान मरने वाले सफाई कर्मचारी के परिवार को 10 लाख रुपए देने का वादा किया लेकिन आजतक उन्हें एक रुपया नहीं दिया। प्रेसवार्ता में मौजूद विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि आदेश गुप्ता ने घोषणा तो कर दी लेकिन ना पोस्ट का ज़िक्र किया, ना फंड आवंटित किया और ना ही इसकी प्रक्रिया साझा की। बीजेपी शासित एमसीडी सालों से सफाई कर्मचारियों को झूठ पर झूठ परोस रहे हैं। अब सफाई कर्मचारियों को एकमात्र अरविंद केजरीवाल से उम्मीद है, निगम में झाड़ू चलाकर बीजेपी को दिल्ली से बाहर करेंगे।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। दुर्गेश पाठक ने कहा कि कल मैं भारतीय जनता पार्टी की एक प्रेसवार्ता देख रहा था। जिसमें बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, तीनों मेयर और अन्य कई गणमान्य लोग मौजूद थे। मैं आदेश गुप्ता को बहुत ध्यान से देख और सुन रहा था। मुझे उनकी आंखों में एमसीडी को हारने का दर्द दिख रहा था। एक परेशानी दिख रही थी। वह जो बोल रहे थे और उनके दिमाग में क्या चल रहा था, दोनों के बीच सामंजश नहीं दिख रहा था। उनकी बातों में आत्मविश्वास की कमी साफ नज़र आ रही थी। एक बार फिर आदेश गुप्ता झूठ का पुलिंदा खोलते नज़र आए। स्वयं बीजेपी के गृह मंत्री और पूर्व अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि हमारी तो जुमला पार्टी है। हम तो चुनाव के समय जुमला करते रहते हैं। लेकिन बीजेपी की कल की जो प्रेसवार्ता थी, उसमें स्पष्ट हो गया कि वह हार से भयभीत हैं। लेकिन उनके चेहरे बता रहे थे कि वह झूठ बोल रहे हैं।
सफाई कर्मचारियों की बरसों की मांग थी कि उनकी नौकरी पक्की कर दी जाए। कल की प्रेसवार्ता में उन्हें नियमित करने की घोषणा की गई। मुझे बेहद खुशी हुई कि आम आदमी पार्टी ने इसका प्रस्ताव बहुत पहले से रखा था, चलो तब नहीं तो अब सही। लेकिन प्रेसवार्ता खत्म होते ही सैंकड़ों कर्मचारियों ने मुझे फोन किया और कहा कि यह लोग झूठ बोल रहे हैं। मैंने हैरानी से पूछा कि कैसे झूठ बोल रहे हैं! उन्होंने कहा कि यह लोग हर साल यही घोषणा करते हैं लेकिन उसे कभी लागू नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि 2013 में यही घोषणा की थी लेकिन नौकरी पक्की नहीं की। 2016 में घोषणा की, 2018, 2020 और 2021 में भी घोषणा की थी लेकिन उसे कभी लागू नहीं किया। सफाई कर्मचारी वह हैं जो दिल्ली को साफ रखने की सबसे अहम लड़ाई लड़ते हैं। उन्हें मान-सम्मान चाहिए। कोई 25 सालों से, कोई 30 सालों से तो कोई 40 सालों से नियमित नौकरी की मांग कर रहे हैं। पीड़ियां गुज़र गईं लेकिन उनके साथ लगातार छल किया जा रहा है।