नई दिल्ली, 03 सितंबर 2022. हाल ही में भाजपा और एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन में जाने वाली नीतीश त्रिपाठी जनता दल यूनाइटेड को मणिपुर में भाजपा ने बड़ा झटका दिया है। भाजपा ने जेडीयू को झटका देते हुए उसके 5 विधायकों को पार्टी में शामिल करा लिया है। जहां एक और नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति की तैयारी कर रहे हैं और बिहार में अपने को मजबूत करने की कोशिश में लगे हुए हैं वही मणिपुर में उनके 5 विधायकों का टूटना उनके लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
जेडीयू ने जीती थी 6 सीटें
इसी साल मार्च महीने में मणिपुर विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए थे। जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। जदयू ने विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से छह पर उसे जीत हासिल हुई थी।
अब जेडीयू के 5 विधायकों ने तीर की जगह कमल का दामन थाम लिया है। मणिपुर विधानसभा के सचिव मेघजीत सिंह की ओर से जारी बयान में कहा गया कि स्पीकर ने संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत पांचों विधायकों के बीजेपी में विलय को स्वीकार कर लिया है। 6 में से 5 विधायकों के जाने से इन विधायकों के ऊपर दल बदल का कानून नहीं लागू हुआ।
जेडीयू के 5 विधायकों के भाजपा में जाने से विधानसभा में उसकी स्थिति और मजबूत हो गई है और अब उसकी संख्या 37 हो गई हैं।
जेडीयू की अहम बैठक से पहले हुआ खेल
यह पूरा घटनाक्रम तब हुआ जब 3 और 4 सितंबर को जेडीयू नेशनल काउंसिल की बैठक होने जा रही है। जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) शामिल होंगे। पार्टी की अहम बैठक से एक दिन पहले मणिपुर के विधायक बीजेपी में शामिल होना नीतीश कुमार और जेडीयू के लिए एक बड़ा झटका है।
इन विधायकों ने थामा बीजेपी का दामन
बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों में के एच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन शामिल हैं। पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खाउटे और थांगजाम अरूणकुमार भी बीजेपी में गए हैं। खाउटे और अरूणकुमार ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट की मांग की थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिलने पर दोनों जदयू में शामिल हो गए थे।
उद्देश्य ठाकुर की रिपोर्ट